AI News Today: दुनिया में जीस तेजी के साथ तकनीक का विकास हो रहा है उससे लोगों की जिंदगी आसान होती जा रही है, लेकिन टेक्नोलॉजी की इन फायदों के साथ-साथ नुकसान भी काफी सारे है। Tech वर्ल्ड की एक नई तकनीक आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स यानी AI का दखल इंसानी जिन्दगी में तेजी से बढ़ रहा है। ये कई ऐसे काम कर सकती है, जो अभी तक केवल इंसान कर रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में इनके असर से बड़ी तादाद में लोगों की नौकरियां जा सकती है। इतना ही नही अब तो इसका असर भी दिखना शुरू हो गया है।
इस आर्टिकल में आपको कुछ ऐसी जानकरी जानने को मिलेगी जिससे आप भी यह जानकर हैरान रह जाएंगे की क्या सच में AI इंसानों के लिए इतना खतरनाक हो सकता है।
दिग्गज कम्पनियां में अब इंसानों की जगह AI जगह ले लेगा
दिग्गज कंपनी IBM इसकी तैयारी कर रही है। AI तकनीक कंपनी में कम से कम 7800 लोगों की जगह ले सकता है। IBM के मुताबिक कंपनी का अनुमान है कि आने वाले वर्षों में आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स के साथ बदलें जा सकने वाले रूल्स के लिए हाइरिंग रोक दी जाएगी। इनके असर से HR और काउन्टिंग जैसे बैंक ऑफिस फंक्शन्स में नौकरियों पर सबसे ज्यादा गाज गिरने वाली है। एआइ से आने वाले समय में बड़ी संख्या में लोगों की नौकरी जाने की आशंका हाल ही में आयी गोल्डमैन गोल्डमन सॅक्स की रिपोर्ट में भी जताई गई है।
इसके मुताबिक आने वाले बरसों में अमेरिका और यूरोप में करीब 300 मिलियन नौकरियां जा सकती है। IBM मौजूदा समय में ग्लोबल लेवल पर करीब 2.6 लाख कर्मचारियों को रोजगार देता है। इनमें से एक तिहाई भारत में है। इस साल कंपनी ने तिमाही में करीब 7000 लोगों को जोड़ा है।
जॉर्ज हिंटन ने AI के खतरों को देख दी बड़ी चेतावनी
आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स के गॉडफादर माने जाने वाले जॉर्ज हिंटन ने पिछले हफ्ते गूगल में अपनी नौकरी छोड़ दी है। हिंटन ने AI को मानवता के लिए वरदान की जगह खतरा करार दे दिया है। उन्होंने कहा है कि इससे बड़ी संख्या में नौकरियां खत्म हो जाएंगी और समाज में तेजी से एक गलत सूचनाएं फैलने लगेंगी। आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स आधारित कई प्रॉडक्टस को विकसित करने में हिंटन की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
जॉर्ज हिंटन ने गूगल की आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स विकसित करने के प्रोजेक्ट पर करीब एक दशक तक काम किया, लेकिन अब उन्होंने इस तकनीक के खतरों के बारे में आगाह भी किया है। उन्होंने इसको विकसित करने को अपनी भूल माना है, लेकिन ये भी कहा है कि अगर वो ना करते तो कोई और इसको करा देता।
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने भी जताई चिंता
इसके पहले वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स के इस्तेमाल से 5 साल में दो फीसदी नौकरियों में कमी आने की आशंका जताई थी। 2027 तक टेक्नोलॉजी और डिजिटाइजेशन से 1.4 नौकरियों के खत्म होने का अनुमान है। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स की दुनिया पर पड़ने वाले असर को लेकर चिंता जताते हुए कहा था, इससे सभी कंपनियों की सभी प्रोडक्ट्स प्रभावित होंगे। उन्होंने चेतावनी दी की आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स टेक्नोलॉजी के लिए समाज को सामूहिक रूप से तैयार करने की जरूरत है।
आखरी विचार
दोस्तों हमारा उद्देश्य आपको किसी भी तरह से डराना नही है, और AI टेक्नोलॉजी को पूरी तरह से विकसित होने में भी अभी टाइम है। इस आर्टिकल का उद्देश्य महज आपको ये जानकरी देना है, की यदि भविष्य में AI तेजी से विकसित हुआ तो किस तरह से लोगों की नौकरियों की जगह खुद ले लेगा।